बिलासपुर
इंडियन एसोशिएशन आफ डरमेटोलाजिस्ट छत्तीसगढ ब्रांच के प्रदेश अध्यक्ष डॉ आलोक सुल्तानिया ने बताया कि 25 जून को पुरे विश्व में विश्व सफेद दाग दिवस के रूप में मनाया जाता है जिसका उददेश्य समाज में फैली भ्रांतियों को दूर कर जागरूकता फैलाना है।
सफेद दाग एक आटोइम्यून डिसीज है, जिसमे शरीर मे उपस्थित प्रतिरक्षा कोशिकाएँ, मेलेनोसाइट को नष्ट करने लगती है जिससे त्वचा का रंग सफेद हो जाता है। ये किसी भी उम्र में हो सकता है।
यह किसी भी अंग जैसे चेहरा, हाथ, पैर, होंठ, जननांग कहीं भी हो सकता है। खान-पान संबंधी चीजों जैसे-दूध, मछली, इत्यादी से इसका कोई संबध नही है। विश्व में केवल 2 प्रतिशत लोगो में ही माता-पिता से बच्चों में जाने की संभावना होती है।
यह संक्रामक अर्थात एक से दूसरे मे फैलने वाली नहीं है। इसमें इलाज हेतु क्रीम, दवाईयों के साथ फोटोथेरेपी, एक्जायमर थेरेपी, लेजर, ग्राफटिंग से होता है।
सफेद दाग के निवारण व जानकारी हेतु 25 जून से 30 जून तक निःशुल्क जांच शिविर का आयोजन जरहाभाटा सुभाष काम्पलेक्स के सामने रायपुर रोड स्थित द कॉस्मो केयर क्लिनीक में किया गया है।