जिले में ऐसे कई परिवार हैं जो स्वयं के पक्के मकान का सपना संजोए हुए हैं। प्रदेश सरकार के इस निर्णय से आवासहीन परिवारों में खुशी की लहर है। महल हो या झोपड़ी अपना घर अपना होता है, हर व्यक्ति का एक सपना होता है कि छांव के लिए उसका एक खुद का घर हो। स्वयं का घर होने से कई सारे फायदे हैं अपना घर व्यक्ति को वित्तीय सुरक्षा देता है। एक घर को अपना घर कहने मे जो गौरव की अनुभूति होती है, इसी सपने को प्रदेश सरकार द्वारा साकार किया जा रहा है। समाज के आर्थिक रूप से कमजोर तबके की भलाई के लिए सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना संचालित की जा रही है। इस योजना से जरूरतमंद लोगों को आवास भी मंजूर किए गए हैं। जिसके तहत जनपद पंचायत बिल्हा में 16718 आवास, जनपद पंचायत कोटा में 12561 आवास, जनपद पंचायत मस्तूरी में 15002 आवास एवं जनपद पंचायत तखतपुर 10372 आवास जिले में कुल 54653 आवासों को स्वीकृत कर पूर्ण करा लिया गया है। जिसमें हितग्राही अपने परिवार के साथ खुशी-खुशी जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
योजना अंतर्गत 1 लाख 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि आवास निर्माण हेतु विभिन्न स्तर में प्रदाय की जाती है। प्रथम किश्त आवास की स्वीकृति होने पर 25000/-.द्वितीय किश्त प्लींथ स्तर का आवास निर्माण कराने पर 40000/- तृतीय किश्त छत स्तर तक आवास निर्माण कराने पर 40000/- एवं चतुर्थ किश्त आवा पूर्ण होने पर 15000/- इस तरह कुल 120000/- की आर्थिक सहायता राशि उनके बैंक खाते में आबंटित किया गया। जनपद पंचायत तखतपुर जिला बिलासपुर (छतीसगढ़) में ग्रामीण अंचल में निवासरत हितग्राही रामप्यारी बाई के आवास की कहानी जो समाज में एक विधवा महिला होकर भी एक सक्षम व्यक्ति की तरह अपने पूरे परिवार (2 बेटा) का भरण पोषण विगत 25 वर्षों से निरंतर कर रही है।
* पहले रामप्यारी बाई अपने छोटे से कच्चे मकान में 2 बच्चो के साथ निवासरत थी इनका मुख्य आय का साधन मजदूरी था। समय के साथ-साथ निवासरत घर की स्थिति जर्जर होने लगी थी एवं बारिशो में 2 बच्चो के साथ मिट्टी के कच्चे मकान में जानमाल का भी भय हमेशा बना रहता था।
* हितग्राही रामप्यारी बाई कहती है कि पति के देहांत के बाद बच्चो की परवरिश देखरेख हेतु उन्हें देहाड़ी मजदूरी का काम भी करना पढ़ता था। उनका लड़का भी मजदूरी कर अपनी माता का सहयोग घर चलाने में करता है, इन सब जद्दोजहद में उनका अपने पक्के मकान का सपना सपना ही रह गया था। किन्तु मेरा यह सपना पूरा करने में शासन की प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत मेरे जीर्ण-शीर्ण आवास को नई दिशा मिली और मेरा पक्का आवास वाली छत का सपना साकार हुआ।
शासन की योजनाओ से लाभान्वित होकर हितग्राही रामप्यारी बाई शासन का आभार व्यक्त करते हुए कहती है की एक विधवा महिला होने के बाद भी जनपद जिला एवं शासन स्तर में योजनाओ के सफल क्रियान्वयन से उनके एवं उनके जैसे अन्य लोगो को लाभान्वित किया जाना वास्तव में सराहनीय है। जिसके लिए वो शासन को धन्यवाद देते हुए खुशी से फुले नहीं समा रहें हैं साथ ही सम्पूर्ण परिवार इस नेक कार्य हेतु आर्शीवाद देते हुए अपने पक्का मकान का सपना पूरा होने पर शुभकामनाएं ज्ञापित कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अतर्गत आवास स्वीकृत हुआ था, जो पूर्ण कराया गया है। हितग्राही का पूर्व में कच्चा घर था जिससे उन्हे जीवन यापन करने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा था। महत्वकांछी योजनांतर्गत हितग्राही को लाभ दिया गया जिससे उनका पक्के मकान का सपना पूर्ण हुआ। और हितग्राही वर्तमान में बेहतर तरीके से जीवन यापन कर रहें है।