छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 2005 से कृषकों आदि की सुविधा के लिए भुइयां सॉफ्टवेयर का डेवलप किया गया तथा 2016 से संपूर्ण रूप से राजस्व विभाग संबंधित कार्य पटवारी द्वारा भुइयां सॉफ्टवेयर में ही किए जा रहे हैं, जिसमें नामांतरण ,बटवारा किसी प्रकार से संबंधित राजस्व विभाग संबंधित कार्य इसी सॉफ्टवेयर में किए जाते हैं परंतु आज तक शासन द्वारा बार-बार घोषणा के बाद भी या पटवारी द्वारा हड़ताल किए जाने के बाद और शासन द्वारा आश्वासन मिलने के बाद भी पटवारीयो को ऑनलाइन कार्य हेतु इंटरनेट भत्ता, लैपटॉप , प्रिंटर आदि किसी प्रकार की व्यवस्था शासन द्वारा नहीं की जा रही है जिसे क्षुब्ध होकर पटवारीयो द्वारा आज दिनांक से ऑनलाइन कार्य बंद करने का आह्वान किया है , जिससे प्रदेश के लगभग 6000 से अधिक पटवारी ऑनलाइन कार्य बंद कर देंगे इससे कृषको के या भूमिस्वामीयो आदि सभी के कार्य प्रभावित होंगे इसके अलावा शासन के राजस्व विभाग संबंधित कार्य नामांतरण ,बटवारा ,बटांकन ,धारा 115 से संबंधित अन्य सभी कार्य रुक जाएंगे राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ के प्रान्त अध्यक्ष भागवत कश्यप का कहना है कि जब तक शासन ऑनलाइन कार्य हेतु संसाधन उपलब्ध नहीं कर देते हैं तब तक सभी प्रकार के ऑनलाइन कार्यों का बहिष्कार जारी रहेगा।
इससे पहले भी हमने पटवारी के हड़ताल से संबंधित खबर प्रकाशित की थी जिसमें पटवारी के विभिन्न सुविधाओं के बारे में विस्तार में चर्चा की थी जिसे शासन द्वारा लोगों को युद्ध स्तर पर प्रधानमंत्री आवास बनाए जा रहे हैं विभिन्न योजनाएं भी संचालित की जा रही है परंतु 6000 पटवारी के लिए किसी प्रकार की कोई आर्थिक घोषणा लैपटॉप प्रिंटर आदि संसाधन हेतु नहीं की जा रही है जिससे पटवारीयो का मनोबल गिरता है उसके बाद भी वे अपने स्वयं के निजी संसाधनों लैपटॉप प्रिंटर आदि से शासन का कार्य कर रहे हैं, परंतु आखिर कब तक पटवारी अपनी निजी संसाधनों से राजस्व का कार्य करते रहेंगे ?क्या शासन के पास 6000 पटवारी के लिए बजट नहीं है?