नई सरकार के गठन के समय 7 जनवरी को पटवारी से आरआई प्रमोशन हेतु विभागीय परीक्षा आयोजित की गई , जिसमे विभिन्न प्रकार की अनियमितताए हुई चयन सूची में भाई भाई , पति- पत्नी आदि कई लोगो का चयन हुआ जिसकी शिकायत पटवारी एवं राजस्व निरीक्षक संघ ने शासन से की । परीक्षा के पूर्व पेपर लीक होने की भी संभावना जताई गई।
कुछ पटवारियों ने शासन से क्षुब्ध होकर हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की है जिसमें सिलेबस से बाहर के प्रश्नो एवं त्रुटिपूर्ण ऊत्तर लेने सबंधित विषय पर याचिका दायर की गई, अब चयन सूची एवं प्रशिक्षण हेतु सूची जारी कर दी गई है अतः इन्हें प्रशिक्षण में भेजने की तैयारी है परंतु याचिका एवम संघ द्वारा दिये गए आवेदनो पर कोई विचार अभी नही किया गया है।
वर्तमान में संचालक भु अभिलेख विनीत नंदनवार बनाये गए हैं जो कई वर्षो से जमे रमेश शर्मा के स्थान पर आए हैं पूरी भर्ती इसी विभाग द्वारा ली गई थी । परीक्षा की अनियमितताओं पर अब विनीत नंदनवार क्या करते हैं यह देखने का विषय है?
- क्या वह परीक्षा रद्द कर नई परीक्षा आयोजित करवाएंगे ?
- क्या भर्ती की उच्चस्तरीय जांच करवाएंगे?
या फिर पुरवर्ती सरकार की तरह ये भर्ती भी ठंडे बस्ते में चली जायेगी?